कैराना शामली

धड़ल्ले से चल रहा सट्टे का काला धंधा

— देवबंद और मेरठ से सट्टा किंग चला रहे खाईबाड़ी का नेटवर्क
— लखपति—करोड़पति बनने की चाह में जमा पूंजी गंवा रहे लोग
कैराना। नगर में सट्टे का काला धंधा धड़ल्ले के साथ चल रहा है। देवबंद और मेरठ में बैठे सट्टा किंग अपने एजेंटों के माध्यम से सट्टे की खाईबाड़ी का नेटवर्क बखूबी संचालित किए हुए हैं। इसी के चलते लोग सट्टे की लत में पड़कर खून—पसीने की गाढ़ी कमाई और जमा पूंजी गंवा रहे हैं। लेकिन, पुलिस सट्टा एजेंट और उनके आकाओं पर प्रभावी शिकंजा कसने में नाकाम नजर आ रही है।
लंबे समय से कैराना नगर में सट्टे का अवैध धंधा फल—फूल रहा है। सूत्रों के अनुसार, देवबंद में बैठा रफीक उर्फ गंजा और उसका लड़का नसीम तथा मेरठ में बैठा राजेश कुच्छल एवं उसका लड़का अभिषेक कुच्छल बड़े सट्टा किंग हैं, जो सट्टे के काले धंधे को संचालित कराने में खासी महारत हासिल रखते हैं। उपरोक्त सट्टा किंगों के कई एजेंट नगर में सट्टे के कारोबार को बढ़ावा दे रहे हैं। आर्यपुरी में रफीक गंजे का एजेंट इमरान सट्टे के नंबर बेखौफ लिख रहा है और बाकायदा हस्तनिलिखित रसीद भी लोगों को दी जाती है। नगर में यह एकमात्र सट्टा किंगों का एजेंट नहीं हैं, बल्कि कई अन्य एजेंट भी पुलिस के साथ आंख—मिचौली का खेल खेल रहे हैं। जिस प्रकार लोगों को नशे की लत लगती है, उसी प्रकार सट्टे की लत भी लोगों को सड़क पर लाने को मजबूर करती नजर आ रही है, क्योंकि लोग रातों—रात लखपति एवं करोड़पति बनने की चाह में अपने खून—पसीने की गाढ़ी कमाई को दांव पर लगा रहे हैं तथा जमा पूंजी गंवा रहे हैं। सट्टे के अवैध धंधे में लिप्त लोगों के विरूद्ध पुलिस समय—समय पर कार्रवाई करती नजर आती है, लेकिन उनके आका बच जाते हैं। यही कारण है कि नगर में अवैध सट्टे का धंधा आज भी बदस्तूर चल रहा है। हल्के की पुलिस चौकी हो या फिर बीट का कोई पुलिसकर्मी, किसी को सट्टे के कारोबार की कानों—कान भनक नहीं लगने के पीछे भी सवाल उठते नजर आ रहे हैं।
———
सुर्खियों में आ चुका है कुच्छल
गत मार्च माह में पुलिस ने मोहल्ला बीच की आल में छापेमारी करते हुए एक सट्टा एजेंट को गिरफ्तार किया था। सीओ अमरदीप मौर्य ने प्रेसवार्ता कर बताया था कि सट्टे के कारोबार को मेरठ से अभिषेक कुच्छल चला रहा है। मोबाइल पर बातचीत के कुछ आॅडियो भी कब्जे में लिए जाने की बात सामने आई थी। इसकेे बाद सट्टा किंग राजेश कुच्छल के विरूद्ध कोई प्रभावी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई।
———
आखिर कौन बंद कराए सट्टा ?
नगर में लंबे समय से संचालित सट्टे के अवैध धंधे में जहां सट्टा किंग धन्नासेठ बन गए हैं, तो वहीं सट्टे की लत में लोग अपनी धन—दौलत को दांव पर लगाकर गरीब बन रहे हैं। सट्टे के धंधे के संचालन को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। सवाल है कि आखिर नगर में सट्टे का अवैध धंधा कौन बंद कराएगा ? क्या सट्टा किंगों पर भी प्रभावी कार्रवाई होगी ?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *