कैराना शामली

नगलाराई से सड़कों पर दौड़ रहे रेत के ओवरलोड वाहन

मुनव्वर पंवार
नगलाराई से सड़कों पर दौड़ रहे रेत के ओवरलोड वाहन
खनन प्वाइंटों पर जमकर हो रहा अवैध खनन
नगलाराई में बहती जलधारा को प्रभावित दबंगई के बल पर दिन रात कर निकाला जा रहा है बालू
 धड़ल्ले से दौड रहे रेत के ओवरलोड वाहन
कैराना।  यमुना नदी के अंदर  खादर के नगला राई में रेत खनन ठेकेदार  बेलगाम हो गए है। यहां भारी भरकम मशीनों से खनन किया जा रहा है,इतना ही नही एनजीटी की गाइडलाइन की बेरोकटोक धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। रविवार को नगला राई खनन पट्टे पर कैमरे की नजर में भरी भरकम मशीनों से खनन करने की वीडियो कैद हुई। जिसमे सरकार के आदेश ठेकेदारों ने ताक पर रख दिए है। दरअसल मामला कैराना के खादर का है यहां सरकार द्वारा पांच पांच वर्ष हेतु यमुना नदी में पट्टे आवंटित किए गए है। सरकार ने नियम कायदे शर्तो के आधार पर पट्टे छोड़ रखे है,लेकिन रेत ठेकेदार अपनी मनमानी कर नियम कायदे शर्तो को कुचलकर खनन करने में जुटे हुए है। बात करे खादर के नगला राई की जब मीडिया के कैमरे में भारी भरकम मशीनों से खनन करने का मामला कैद हुआ तो रेत ठेकेदारों में हड़कंप मच गया। इतना ही नही यमुना नदी की बहती धारा के बीच से रेत निकाला जा रहा है। इससे यमुना नदी के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। तमाम नियम-कायदों को ताक पर रखकर भारी-भरकम मशीनें यमुना में लगाकर खनन कार्य किया जा रहा है। प्रतिबंधित पोकलेन मशीनों से यमुना नदी की बहती जलधारा के बीच से रेत निकाला जा रहा हैं। और जिम्मेदार आंखे मूंदे बैठे है किसान भी इन ठेकेदारों की हरकत से परेशान हो गए है।
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नियम कायदे ताक पर रखकर करते है खनन
दो तीन पोकलेन मशीनों को पानी के अंदर से रेत निकालने के लिए लगाया जाता है। पहले रेत को पानी से निकालकर किनारे पर डाला जाता है और फिर उसे वाहनों में भरकर ले जाया जाता है। हालांकि, एनजीटी की गाइडलाइन के अनुसार, यमुना नदी की जलधारा से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। न ही पानी के अंदर से रेत निकाल सकते हैं। लेकिन यहां सारे कायदे नियम शर्तो को दरकिनार कर खनन करते है और प्रशासन कार्यवाही के नाम पर बस जुर्माने लगा कर कार्यवाही  सिमट जाती है।

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