
ब्राजील कोरोना वायरस से कराह रहा है। पिछले 24 घंटें में ब्राजील में कोरोना वायरस की वजह से 3500 से ज्यादा मौतें हुई हैंँ।
ब्राजील कोरोना वायरस से कराह रहा है। पिछले 24 घंटें में ब्राजील में कोरोना वायरस की वजह से 3500 से ज्यादा मौतें हुई हैंँ।
रियो डी जेनेरियो: अगर आप मानते हैं कि कोरोना वायरस आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है और अगर आप कोरोना वायरस को लेकर लापरवाही बरतते हैं तो आपको ब्राजील का हाल देखना चाहिए।
अगर आपको लगता है कि आप युवा हैं और आपको कोरोना वायरस से कुछ नहीं होगा, तो आप बहुत बड़ी गलतफहमी में जी रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि, ब्राजील में कोरोना वायरस सबसे ज्यादा युवाओं को अपना शिकार बना रहा है।
शुक्रवार को 3650 मौतें
ब्राजील में कोरोना वायरस ने शुक्रवार को भी अपना भीषण प्रकोप दिखाया है। ब्रालीज में कोरोना वायरस से शुक्रवार को 3 हजार से ज्यादा लोगों की मौतें हुई हैं। ब्राजील स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को ब्राजील में कोरोना वायरस की वजह से 3650 लोगों की जानें गई हैं। ये दूसरी बार हुआ है जब ब्राजील में कोरोना वायरस की वजह से 3 हजार से ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैँ। इससे पहले मंगलवार को ब्राजील में 3251 लोगों की मौत हुई थी। अब तक ब्राजील में कोरोना वायरस की वजह से 3 लाख 7 हजार 112 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, पूरे देश में अब कतर 1 करोड़ 24 लाख 4 हजार 414 लोग कोरोना संक्रमित पाए गये हैं। वहीं, ब्राजील में पिछले 24 घंटे में 84 हजार 245 नये कोरोना मरीज मिले हैं।
कोरोना का सेंटर बना ब्राजील
इस वक्त ब्राजील कोरोना वायरस का नया एपिसेंटर बना हुआ है। ब्राजील में हर दिन 80 हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों की पहचान की जा रही है। पिछले साल भी ब्राजील में ही कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया था। वहीं, अभी तक ब्राजील में एक करोड़ 85 लाख लोगों को कोराना वैक्सीन का टीका दिया गया है। ब्राजील की जनसंख्या करीब 21 करोड़ है और जिनमें से सवा करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। ब्राजील जैसे देशों के लिए ये आंकड़ा भयावह है।
युवाओं की जान ले रहा कोरोना
ब्राजील में कोरोना वायरस से बीमार लोगों का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ रहा है और इस बार ज्यादातर जवान लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। कोरोना से बीमार होने वाले ज्यादातर युवा काफी गंभीर बीमार हो रहे हैं और सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक उनमें से कईयों की मौत हो रही है। ऐसे में सवाल ये उठ रहे हैं कि आखिर इस बार ब्राजील में जवान लोग क्यों ज्यादातर कोरोना के शिकार हो रहे हैं? क्या कोरोना का नया वेरिएंट जवान लोगों को ज्यादा शिकार बना रहा है? या फिर जवान लोग अब कोरोना वायरस को लेकर लापरवाही बरतने लगे हैं और इन्फेक्शन के शिकार हो रहे हैं? ऐसे कई सवाल हैं, जिनसे ब्राजील के लोग ज्यादा जूझ रहे हैं।
आईसीयू में ज्यादातर युवा मरीज
ब्राजील के अस्पतालों में इस वक्त ज्यादातर युवा मरीज भर्ती हो रहे हैं और आईसीयू में ज्यादातर युवा मरीजों की जान बचाने की कोशिश जारी है। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना वायरस का लेटेस्ट वेभ जवान लोगों को ज्यादा शिकार बना रहा है। ब्राजील के रियो-डि-जिनेरियो स्थित एक अस्पताल के डॉक्टर पीट्रो आर्चर ने सीएनन को बताया है कि उनके पास ज्यादातर कोरोना मरीज 30 से 50 साल की उम्र के आ रहे हैं। सीएनन की रिपोर्ट के मुताबिक ब्राजील के करीब करीब सभी अस्पतालों के आईसीयू में जवान मरीज भरे हैं।
जवानों में मृत्युदर बढ़कर 27 फीसदी
ब्राजील हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा जारी नेशनल स्टेटिटिक्स की रिपोर्ट के मुताबिक 30 साल से 59 साल तक के जो लोग कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं, उनमें में 27 प्रतिशत मरीजों की मौत हो गई है। ये एक खतरनाक आंकड़ा है। वहीं एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक ब्राजील में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की कोरोना की वजह से मृत्युदर में 7 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक ब्राजील में जितने युवा कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं, उनमें से 60 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को आईसीयू तक ले जाना पड़ता है। वहीं, डॉक्टर बताते हैं कि अपनी आंखों के सामने जवान मरीजों को मरते देखना और उनकी जान ना बचा पाना उनके लिए सबसे ज्यादा दर्दनाक होता है।