ऐसा कहा जाता है कि इस दुनिया में मां से बढ़कर कुछ नहीं है. धरती पर मां को भगवान का रूप कहा जाता है. जब एक मां ही अपने बच्चे की कातिल बन जाए तो उसे क्या कहा जाएगा. राजस्थान के भरतपुर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां पर एक मां ने प्रॉपर्टी विवाद के चलते अपने इकलौते बेटे की सुपारी किलरों से हत्या करवा दी।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के गांव ओल निवासी महिला गीता लुहार ने प्रॉपर्टी विवाद के चलते अपने ही इकलौते पुत्र 25 वर्षीय जीतेन्द्र लुहार की 3 लाख रुपये की सुपारी देकर गोली मरवाकर हत्या करवा दी।
पुलिस ने आरोपी महिला समेत दो सुपारी किलरों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें कोर्ट में पेश कर सेंट्रल जेल भेज दिया गया।
बता दें, यह मामला चिकसाना थाना इलाके का है, जहां पर पिछले 20 मार्च को बागई गांव के खेतों में एक युवक का शव पड़ा हुआ मिला था. जिसके सिर पर गोली लगी हुई थी और मृतक के चाचा राधाचरण लुहार द्वारा हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने जांच करते हुए मृतक की आरोपी मां गीता लुहार सहित दो सुपारी किलर छविराम और महेंद्र ठाकुर को गिरफ्तार किया है।
इस मामले में थाना प्रभारी रामनाथ गुर्जर ने बताया एक शव खेतों में मिला था. इस हत्या की जांच शुरू की गई फिर पता चला कि मृतक की मां और बेटे के बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद था. जिसके चलते आरोपी महिला ने तीन लाख रुपये की सुपारी देकर अपने ही इकलौते बेटे की हत्या करवा दी।
शॉर्प शूटर छविराम और महेंद्र ठाकुर ने 20 मार्च को करीब रात 8 बजे कनपटी में गोली मारकर जितेंद्र की हत्या कर दी थी. 21 मार्च की सुबह कोलीपुरा गांव में के पास उसके घर से करीब दो किलोमीटर दूर एक खाली खेत में ग्रामीणों ने उसका शव पड़ा देखा था. पुलिस को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शूटरों को दबोचा लिया. पूछताछ में बदमशों ने सारे राज खोल दिए और पुलिस ने मां समेत सभी आरोपी पकड़ लिए।
पुलिस का कहना है कि इस सारे मामले में महिला और दो सुपारी किलरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. थाना प्रभारी रामनाथ गुर्जर ने बताया कि आरोपी गीता लुहार की दो बेटियां हैं और इनकी शादी दो सगे भाइयों से हो चुकी है. जितेंद्र गीता का इकलौता बेटा था. वो शराब का आदि था और आए दिन मां से मारपीट करता था. गीता उससे बहुत परेशान हो गई थी. इसलिए उसने यह कदम उठाया. वो अपनी सारी संपत्ति अपनी दोनों बेटियों को देना चाहती थी।