कैराना शामली

सरपट दौड़ रहे डग्गामार, जिंदगी से खिलवाड़

— सीएम योगी के आदेशों को मुंह चिढ़ा रहे डग्गामार वाहन
— खाकी और खादी के गठजोड़ से बेरोकटोक जारी है संचालन
कैराना। भले ही मुख्यमंत्री योगी ने अवैध टैक्सी और टैक्सी स्टैंडों पर कार्रवाई के आदेश दे चुके हो, लेकिन कैराना की सड़कों पर खाकी और खादी के गठजोड़ से डग्गामार वाहनों का पहिया थम नहीं रहा है। इन डग्गामार वाहनों में यात्रियों की जिंदगी से खुले तौर पर खिलवाड़ होता नजर आ रहा है। कभी—भी कोई हादसा हो सकता है। इसके बावजूद पुलिस व परिवहन विभाग ने आश्चर्यजनक चुप्पी साध रखी है।
नगर के कांधला तिराहे पर रोडवेज बस स्टैंड के सामने और शामली रोड पर पालिका मार्किट के बराबर से डग्गामार वाहनों का संचालन धड़ल्ले के साथ किया जा रहा है। इनमें अनफिट और खटारा वाहन शामिल हैं। पड़ोसी राज्य हरियाणा के पानीपत क्षेत्र में फैक्ट्रियों में मजदूरी जाने वाले अधिकतर लोग डग्गामार वाहनों में यात्रा करते हैं। सड़कों पर चालकों द्वारा वाहनों को बेतरतीब खड़ा कर सवारियों को भूसे की तरह भरा जाता है। हालत यह है कि डग्गामार वाहनों के चालकों के लिए कोई नियम—कायदे नहीं है। हैरत की बात है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेशों के बावजूद डग्गामार वाहनों को सड़कों पर खड़ा किया जाता है। कैराना से पानीपत रूट पर चार दर्जन से अधिक गाड़ियां बताई जाती है। सूत्र बताते हैं कि खाकी और खादीधारी लोगों के गठजोड़ से डग्गामार वाहनों का पहिया बदस्तूर जारी है। कुछ दलाल और छुटभैया नेता इसमें शामिल बताए जा रहे हैं। कांधला तिराहे पर रोडवेज स्टैंड के सामने से डग्गामार के संचालन के कारण सरकार को भारी राजस्व का चूना भी लगाया जा रहा है।
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डंडे के दम पर होती है अवैध वसूली
नगर में लंबे समय से सड़कों पर दौड़ने वाले डग्गामार वाहन कई लोगों की जिंदगी लील चुके हैं। इनके संचालन के पीछे अवैध वसूली का खेल बताया जाता है, जो पूर्व में भी चर्चाओं में आया था। सूत्रों का कहना है कि कुछ सत्ताधारी नेताओं के साथ फोटों खिंचवाकर राजनीति चमकाने वाले दलाल डंडे के दम पर प्रत्येक वाहन से वसूली करते हैं, जिसके बाद धन की बंदरबांट की जाती है।
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कोतवाली, सीओ कार्यालय व चौकी के सामने भी नहीं होती कार्रवाई
पालिका मार्किट और कांधला तिराहे से संचालित होने वाले डग्गामार वाहनों के पानीपत जाने के दौरान मार्ग पर कोतवाली, सीओ कार्यालय और यमुना ब्रिज चौकी पड़ती है। लेकिन, इसके बावजूद भी पुलिस कोई प्रभावी कार्रवाई नजर नहीं आती है। परिवहन विभाग के अधिकारी भी कुंभकर्णी नींद सोये हुए हैं। पूर्व में डग्गामार के खिलाफ चले अभियान में कार्रवाई कम खानापूर्ति ज्यादा होती नजर आई है। यही कारण है कि डग्गामार वाहनों का संचालन बदस्तूर जारी है।
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इन्होंने कहा—
पूर्व में अभियान चलाए जाते रहे हैं। हम ऐसे वाहनों का चालान और सीज कर सकते हैं। अवैध स्टैंडों को हटवाने का काम पुलिस—प्रशासन का है।
— रोहित राजपूत, एआरटीओ
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पूर्व में भी डग्गामार वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। मैं लखनऊ आया हुआ हूं। इस संबंध में एआरटीओ को भी पत्र लिखा जाएगा।
— अमरदीप मौर्य, सीओ कैराना।

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