कैराना शामली

यमुना में पड़ा मिला सीआरपीएफ जवान का शव

— आंध्रप्रदेश में ड्यूटी से एक माह के अवकाश पर आया था घर, पांच दिन से था लापता
— फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे एएसपी
— पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
कैराना। पांच दिन पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए सीआरपीएफ के जवान का शव यमुना नदी में पड़ा मिला। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को यमुना से बाहर निकलवाया। सूचना पर एएसपी ने फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच—पड़ताल की। जवान की आंध्रप्रदेश में हेड कांस्टेबल के रूप में ड्यूटी चल रही थी और वह एक माह के अवकाश पर घर आया था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मंगलवार को कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि यमुना ब्रिज के निकट एक युवक का शव यमुना नदी में पड़ा है। इसके बाद पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जहां पुलिस द्वारा स्थानीय गोताखोरों की मदद से शव को यमुना से बाहर निकलवाया गया। मृतक की शिनाख्त उसकी जेब से मिले परिचय पत्र से सिद्धार्थ चौधरी (30) निवासी मोहल्ला सुभाषनगर कस्बा बनत के रूप में हुई थी। शव फूला हुआ था और काफी दुर्गंध आ रही थी, जिससे शव संभवत: कई दिन पुराना प्रतीत हुआ। वहीं, सूचना पाकर एएसपी ओपी सिंह भी फोरेंसिक टीम के साथ में मौके पर पहुंचे। जहां फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे तथा साक्ष्य जुटाए गए। बताया गया है कि मृतक सीआरपीएफ में हेड कांस्टेबल के रूप में तैनात था, जिसकी वर्तमान में आंध्रप्रदेश में ड्यूटी चल रही थी। परिजनों के अनुसार, आठ नवंबर को वह एक माह के अवकाश पर आंध्रप्रदेश से चला था और दो दिन में घर पहुंच गया था। इसके बाद 16 नवंबर की दोपहर के समय वह घर से बिना बताए कहीं लापता हो गया था, जिसका काफी तलाश करने के बाद भी कोई सुराग नहीं लग सका था। एक दिन पूर्व ही मृतक के भाई मोहित की ओर से आदर्शमंडी थाने पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
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कमर पर बंधे बैग में निकले पत्थर
सीआरपीएफ जवान की कमर पर ही उसका पिट्ठू बैग दुपट्टे से बंधा हुआ मिला। पुलिस को बैग के अंदर से कुछ पत्थर भी मिले हैं। आशंका जताई जा रही है कि पत्थरों को शव पानी के ऊपर न आए, इसलिए रखे गए। हालांकि, जवान का मोबाइल नहीं मिल सका। इसके अलावा मृतक के शरीर पर जाहिरा तौर पर चोट का कोई निशान भी नहीं मिला।
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तीन भाइयों में सबसे छोटा था सिद्धार्थ
सीआरपीएफ जवान सिद्धार्थ चौधरी तीन भाइयों में सबसे छोटा था। पिता ऋषिपाल दुकान करते हैं। सिद्धार्थ की शादी तीन अप्रैल 2022 को हुई थी। उसके एक आठ माह की बेटी बताई गई है। ड्यूटी पर ही वह अपनी पत्नी को भी साथ रखता था। त्योहारों के चलते वह पत्नी व बेटी के साथ घर आया था। पत्नी गोवर्धजन पूजा पर्व पर अपने मायके गई थी।
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विशेष पैनल की देखरेख में होगा पोस्टमार्टम
सूचना पर परिजन भी यमुना नदी पर पहुंच गए। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एएसपी ओपी सिंह ने बताया कि मृतक का पोस्टमार्टम विशेष पैनल की देखरेख में कराया जाएगा, जिसकी वीडियोग्राफी भी होगी, ताकि मौत के कारण स्पष्ट हो सके।
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इन्होंने कहा—
शव मिलने की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी। कोई जाहिरा चोट के निशान शव पर नहीं मिले। मृतक की गुमशुदगी की रिपोर्ट पहले की दर्ज की गई थी। आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।
— अभिषेक, एसपी शामली

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