कैराना शामली

शर्मनाक: राष्ट्रगान का सम्मान भूल गईं महिला सभासद

शर्मनाक: राष्ट्रगान का सम्मान भूल गईं महिला सभास
– नगरपालिका में बोर्ड बैठक के उपरांत गाया गया था राष्ट्रगान
– पालिकाध्यक्ष व ईओ बताते तो शायद होता राष्ट्रगान का सम्मान
कैराना। जनता ने महिलाओं को सभासद चुनकर प्रतिनिधित्व का मौका जरूर दिया, लेकिन कुछ महिला सभासद अज्ञानता के अंधेरे से उबर नहीं पाई है। कुछ ऐसा ही नगरपालिका कैराना में बोर्ड बैठक के उपरांत हुए राष्ट्रगान के दौरान देखने को मिला। जहां पांच महिला सभासद राष्ट्रगान के सम्मान के बजाय कुर्सियों पर बैठी मुंह ताकती नजर आई। यह केवल महिला सभासदों की गलती नहीं है, बल्कि पढ़े-लिखे वर्ग से आने वाले ईओ सहित पालिका स्टाफ भी उन्हें सम्मान से प्रति नहीं बता सका। पालिकाध्यक्ष की जुबां से भी कोई शब्द नहीं निकला। बाद में पालिकाध्यक्ष ने इतना जरूर कहा कि यह गलती है।
   शुक्रवार को नगरपालिका परिषद कैराना में बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान मासिक नक्शा आय—व्यय माह अगस्त 2022 से जून 2023 तक जिसमें आय 255089605 रुपये व व्यय 266938217 रुपये का अनुमोदन किया गया। नगर की पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से पालिका के नवसृजित वार्डों में पाइपलाइन बिछाने तथा नए नलकूप के अधिष्ठापन के कार्य कराने हेतु अंकन 23584995 रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई। सीमा विस्तारित क्षेत्र में सड़क, नाली व नाला निर्माण कार्य हेतु अंकन 161374823 रुपये की स्वीकृति, रामड़ा रोड से बाईपास रोड के बराबर में 200 मीटर नाला निर्माण के स्थान पर मोहम्मदी मस्जिद से कैराना—पानीपत बाईपास की ओर रामड़ा रोड के उत्तरी दिशा में परिवर्तन करने, नगर की पथ प्रकाश व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने हेतु एलईडी लाइटोंं की आपूर्ति हेतु अंकन 8850015 रुपये की स्वीकृति, सफाई व्यवस्था की कड़ी में उपकरण व कीटनाशक दवाओं की आपूर्ति वाहनों की मरम्मत कराने हेतु अंकन 6923000 रुपये की स्वीकृति, पालिका के नवसृजित क्षेत्र में कर निर्धारण की कार्रवाई की स्वीकृति व नगर विकास विभाग उप्र शासन की संचालित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत नगर में मूलभूत/अवस्थापना सुविधाओं को विकसित करने हेतु तैयार की गई डीपीआर अंकन 92503013 रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई। वहीं, सभासद शगुन मित्तल एडवोेकेट ने बाजारों में सीसीटीवी कैमरे लगाने, डेंगू से बचाव को फॉगिंग कराने, बंदर व कुत्तों को पकड़वाने, मुख्य बाजार में पानी की समस्या से निजात दिलाने, मुख्य स्थानों पर गगनचुंबी तिरंगा लगवाने आदि की मांग की गई। बोर्ड बैठक की अध्यक्षता पालिकाध्यक्ष शमशाद अहमद व संचालन ईओ इंद्रपाल सिंह ने किया। इस अवसर पर पालिका के कार्यालय अधीक्षक जैगम हुसैन, सफाई लिपिक रविंद्र कुमार, जलकल लिपिक तासीम अली के अलावा सभासदगण मौजूद रहे।
राष्ट्रगान का सम्मान नहीं तो कैसे करेंगी प्रतिनिधित्व ?
नगरपालिका के सभा कक्षा में बोर्ड बैठक के दौरान कुछ सभासद पहले ही बाहर निकल गए। इसके बाद कुछ सभासदों में प्रस्ताव भी रखे। बाद में समापन पर सभा कक्ष के अंदर ही राष्ट्रगान गाया गया। तभी वहां मौजूद पांच महिला सभासद सावधान की मुद्रा में खड़ी नहीं हुई। ये सभासद कुर्सियों पर बैठी रही। मानो उन्हें राष्ट्रगान के सम्मान का कुछ पता नहीं था, यदि पता होता तो सम्मान करती। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र कैराना में राष्ट्रगान का सम्मान नहीं करने वाली महिला सभासद मुस्लिम बताई जा रही है। हालांकि, महिला सभासदों के बीच एक महिला राष्ट्रगान के दौरान सम्मान में खड़ी हुई। लेकिन, इनसे भी अन्य महिला सभासदों ने सबक नहीं लिया। यह अज्ञानता है। हैरत की बात यह भी है कि यदि महिला सभासदों को सम्मान कैसे करना है, इसके बारे में पता नहीं था, तो पालिकाध्यक्ष शमशाद अहमद, ईओ इंद्रपाल सिंह व पालिका के स्टाफ के पढ़े-लिखे वर्ग के लोगों को उन्हें पहले ही बताना चाहिए था। ईओ इंद्रपाल सिंह ने कहा कि कार्रवाई का प्रश्न नहीं हैं। अगली बैठक में महिला सभासदों को समझाया जाएगा। पालिकाध्यक्ष शमशाद अहमद ने कहा कि राष्ट्रगान के दौरान बैठे रहना गलत है।
खींचतान हुई खत्म तो हुई बोर्ड बैठक
नगरपालिका के अध्यक्ष शमशाद अहमद और सभासदों के बीच खींचतान चल रही थी। इसी के चलते नाराज सभासदों ने गत 21 जून को बोर्ड बैठक का बहिष्कार किया था। इसके बाद सामान्य बैठक हुई थी। 21 अगस्त को प्रस्तावित बोर्ड बैठक के दिन अचानक ईओ की तबीयत खराब होने का हवाला देकर बैठक स्थगित की गई थी। सभासदों द्वारा पालिकाध्यक्ष पर हठधर्मी समेत गंभीर आरोप लगाए गए थे, जबकि प्रस्तावित प्रथम बोर्ड बैठक में कुछ प्रस्ताव ऐसे थे, जिनमें सामानों की कीमतों में बड़ा गड़बड़झाला किया गया था। इसी वजह से यह बैठक स्थगित हुई थी। गत दिनों ईओ इंद्रपाल सिंह द्वारा पालिकाध्यक्ष के करीबी ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया था, जिसके बाद पालिकाध्यक्ष और सभासदों के बीच मन-मुटाव दूर हो गया। कैसे पालिकाध्यक्ष ने सभासदों को राजी किया, इस बारे में कहा नहीं जा सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *