– कई जिलों में चोरी करते थे वाहन, चोरी की पिकअप गाड़ी बरामद
कैरान। पश्चिमी उप्र के कई जिलों में वाहनों को चोरी करने वाले गैंग का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी की पिकअप गाड़ी बरामद हुई। पुलिस ने बताया कि आरोपी चोरी के वाहनों के कभी फर्जी कागज बनवाकर उनमें पशुओं की तस्करी करते थे, तो कभी कबाड़ी को बेच देते थे। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
बुधवार को कोतवाली में सीओ अमरदीप मौर्य ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि गत सात अक्टूबर को मोहल्ला दरबारकलां निवासी वेदप्रकाष उर्फ बेदू की पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के निकट खड़ी पिकअप गाड़ी को अज्ञात द्वारा चोरी कर लिया गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया था। पुलिस ने पानीपत बाईपास रोड रामड़ा चौराहे पर चेकिंग के दौरान दो संदिग्ध गाड़ियों को पकड़ लिया, जिनमें एक चोरी की पिकअप गाड़ी शामिल थी। जबकि दूसरी गाड़ी को घटना में प्रयुक्त किया गया था। मौके से शेरखान पुत्र रहमुदीन निवासी गांव खानपुर बांगर, गुलजार उर्फ गुलबहार उर्फ साहिल पुत्र इकराम उर्फ इकबाल निवासी दुर्गापुरी कॉलोनी थाना परीक्षितगढ़, वसीम व नाजिम उर्फ टोना पुत्रगण दिलशाद उर्फ बाबू निवासी गांव हर्रा थाना सुरूरपुर जनपद मेरठ को गिरफ्तार कर लिया गया। सीओ ने बताया कि आरोपी शातिर किस्म के हैं, जिन्होंने पिकअप गाड़ी को चोरी करने के बाद जंगल में छिपाया गया था और मेरठ ले जाकर कबाड़ी को बेचने जाने की योजना थी।
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चोरी के लिए बदलते थे अपना ठिकाना
आरोपी गुलजार उर्फ गुलबहार के विरूद्ध पूर्व के आर्म्स एक्ट, गोवध अधिनियम, गैंगस्टर अधिनियम, लूट व चोरियों आदि के 47 मुकदमे मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, बागपत व शामली जिले में दर्ज हैं। इसके अलावा अन्य आरोपियों पर भी मुकदमे मिले हैं। सीओ ने बताया कि आरोपी मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद और गांव तितरवाड़ा में भी मकान में रहा करते थे। वह घटनाओं को अंजाम देकर रफूचक्कर हो जाते थे। सीओ ने बताया कि आरोपी चोरी के वाहनों की फर्जी नंबर प्लेट और फर्जी कागज बनवाकर उन्हें पशु तस्करी में इस्तेमाल करते थे। अधिकतर वाहनों को कबाड़ी को बेचा जाता था। आरोपियों का चालान करते हुए उन्हें जेल भेज दिया गया है। इस दौरान कोतवाली प्रभारी वीरेंद्र कसाना, एसआई कुलदीप सिंह मौजूद रहे।