उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की घोषणा के मद्देनजर कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता और ग़ाज़ियाबाद से 2019 मे कांग्रेस की लोकसभा उम्मीदवार रही युवा नेत्री डॉली शर्मा ने भाजपा और प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए प्रदेश मे परिवर्तन के प्रति आश्वस्त होने का दावा किया…!!
डॉली शर्मा ने अपने वक्तव्य मे विभिन्न मुद्दों पर योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा की हर साल युवाओ को दो करोड़ रोजगार का वादा करनेवाले मोदी और योगी प्रदेश के युवा को भूला बैठे है। एक भी भर्ती परीक्षा बिना पेपर लिक हो नही पाई। कई भर्तियां इन्ही वजह से रद्द हुई या देरी से हुई जो आजतक अपने अंतिम पड़ाव पर पहुँच नही पाई। ये योगी सरकार का युवाओ को बेरोजगार रखने एवं नौकरी के वादे करते रहने का तरीका है जिससे युवा आक्रोशित है और अब हर हालत मे बदलाव लाने के लिए आतुर है।
डॉली शर्मा ने महिला सुरक्षा और बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा की बेटीयो और महिलाओ की सुरक्षा के लिए मिशन शक्ति, एंटी रोमियो स्क्वाड जैसी बाते सिर्फ चुनावी जुमला भर साबित हुई। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा भी एक दिखावा भर था। उन्नाव हो या हाथरस हो या आजमगढ़ हो या सोनभद्र हो या फिर आगरा… पूरे देश ने योगी सरकार का अमानवीय रवैय्या देखा और ये भी देखा की कैसे अपराधियो के बदले पीड़ित परिवारो पर आवाज़ न उठाने के लिए दबाव बनाया गया और उच्च न्यायालय को संज्ञान लेकर सरकार को फटकार लगानी पड़ी। आज NCRB के आंकड़े देखे तो देश मे सब से ज्यादा कस्टोडियल डेथ के मामले मे उत्तर प्रदेश नंबर एक, NHRC के मानव अधिकार उल्लंघन के सब से ज्यादा नोटिस मिलने मे उत्तर प्रदेश नंबर एक, घरेलू हिंसा मे वृद्धि के मामलो मे उत्तर प्रदेश नंबर एक, दलित एवं पिछड़ो पर अत्याचार की वारदातो मे उत्तर प्रदेश नंबर एक… यह बेहद दुर्भग्यपूर्न है।
डॉली शर्मा ने किसानो के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरते हुए कहा की किसानो की आय दोगुनी करने की बात करनेवाले आज किसानो के हत्यारो को मंत्री बनाये रख चुनावी गणित साधने मे व्यस्त है। लखीमपुर खीरी की घटना मे गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी खुलेआम किसानो और मीडिया को धमकाते देखे गए लेकिन मोदी उन्हे निकालने की हिम्मत नही कर पाए। अजय मिश्र टेनी का बेटा किसानो को अपनी गाड़ी से कुचलता चला गया लेकिन योगी सरकार उसे बचाने की हर संभव कोशिश करती रही। धन्यवाद है देश की सर्वोच्च अदालत का जिन्होंने इस घटना का संज्ञान लिया और उत्तर प्रदेश सरकार को मूँह की खानी पड़ी। आज प्रदेश का गन्ना किसान बकाया भुगतान न होने से दुर्गती मे है, धान क्रय केंद्रो पर किसानो के साथ जुल्म हो रहे है, उन्हे अपनी उपज की सही कीमत नही दी जा रही और भाषणों मे किसान के भले के जुमले दिये जा रहे है। यह भाजपा और योगी सरकार की किसान विरोधी मानसिकता दर्शाता है।
कोरोना की भयानक दूसरी लहर के दौरान हजारो लोग सड़को पर बेबस घूम रहे थे, दवाई और अस्पताल मे बिस्तर नही थे, ओक्सीजंन नही मिल पा रहा था और उस वक्त योगी सरकार शिकायत करनेवाले की संपत्ति कुर्क करने की धमकिया देने मे व्यस्त थी। माँ गंगा मे लाशो को तैरता देख भी इनका दिल नही पसीजा और अपनी नाकामी ढकने के लिए शवो के उपर लगी रामनामी तक खिचने का पाप योगी सरकार ने किया। न अस्पताल बनाये न दवाई उपलब्ध करवाई और न ही ओक्सीजंन दे पाए। कोरोना मे कुप्रबंधन की पूरी जिम्मेदारी योगी सरकार की है।
अपने वक्तव्य मे डॉली शर्मा ने कहा की आज उत्तर प्रदेश का हर वर्ग बदलाव चाहता है। महिला, युवा, किसान, छोटे व्यापारी, बुनकर, दलित, पिछड़े सभी योगी सरकार की जन विरोधी नीतियों से त्रस्त है और विकास से वंचित है। योगी सरकार ने पिछले पाँच साल मे सिवाय दिखावे और जुमलेबाजी के और कुछ नही किया। प्रियंका गाँधी जी के नेतृत्व मे काँग्रेस का हर नेता और कार्यकर्ता जनता के साथ उसकी हर समस्या मे हमेशा खड़ा रहा है। खुद प्रियंका गांधी उन्नाव, हाथरस और लखीमपुर खीरी, आगरा, सोनभद्र की घटनाओ के बाद पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़ी रही और इंसाफ की आवाज बुलंद करती रही। आज प्रदेश मे जनता से सीधे संवाद करनेवाली और उनके सुखदुख मे हमेशा साथ देनेवाली नेत्री के रूप मे जनता प्रियंका गाँधी को उम्मीद के तौर पर देख रही है और उनके नेतृत्व मे काँग्रेस का हर कर्यक्ता भाजपा सरकार के कुशासन से जनता को मुक्ति दिलाने के लिए कठोर परिश्रम मे लगा हुआ है। मुझे विश्वास है की दस मार्च की शाम को योगी आदित्यनाथ पूर्व मुख्यमंत्री की उपाधि लेकर गोरखपुर रवाना होंगे।