कैराना। प्रधान बनने की चाहत मे नगर के कई गांवो मे शाम होते ही शराब को दौर शुरू हो जाता है प्रधानपद प्रत्याशी खुलेआम ग्रामवासियो को शराब परोसते है शाम के समय ग्रामवासियो को नशे मे झूमते हुए आमतौर पर देखा जा सकता है इतना ही नही कई गांवों मे तो नाबालिक बच्चो को भी शराब पिलाने मे कोई गुरेज नही है सीधे सीधे कहा जाए तो जीत के लिए नाबालिग बच्चो का भी भविष्य दाव पर लगाया जा रहा है जो बच्चे आज फ्री की शराब पी रहे है या यूं कहिये की जिन नाबालिग बच्चो को शराब की लत लगाई जा रही है वो बच्चे चुनाव के बाद कहां से शराब पियेंगे ? घर के बर्तन बेंचेंगे या घर मे चोरी करेंगे या फिर राहजनी कर के शराब पियेंगे ? सवाल यह भी उठता है कि गांवों मे शराब का इतना बड़ा स्टॉक पहुंच कैसे रहा है यह एक गम्भीर विषय है जिस पर प्रशासन को सख्त रवैया अपनाने की ज़रूरत है
नदीम चौधरी
असिस्टेंट एडिटर विजिलेंस दर्पण समाचार पत्र