कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए देश के कुछ हिस्सों में प्रशासन धारा 144 लागू कर दिया है। लेकिन इसे लागू कराने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। जानता की लापरवाही भी कम नहीं हो रही है। प्रशासन को सख्ती बरतने की अवश्यकता है। लेकिन अधिकारियों के मौन होने से कोरोना की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। ऐसे में अब संक्रमण को नियंत्रण में लाने के लिए लाकडाउन ही एकमात्र विकल्प नजर आ रहा है।
देश के अधिकत्तर हिस्सों में कोरोना बेकाबू हो चुका है। स्थिति नियंत्रण से बाहर हो चुकी है। हर दिन संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।
यदि संक्रमण की रफ्तार इसी तरह से बढ़ती रही तो आने वाले कुछ ही दिनों के भीतर स्थिति हाथ से बाहर निकल सकती है। बढ़ते मामलों के बाद भी प्रशासन ने कोई खास कदम नहीं उठाए हैं।
देश के कुछ हिस्सों में सिर्फ धारा 144 लागू कर खानापूर्ति कर ली गई है। नियंत्रण के नाम पर सिर्फ मास्क न पहनने वालों पर जुर्माना कार्रवाई और मुनादी हो रही है। जबकि अब सख्ती बरतने का समय आ चुका है। जहां धारा 144 लागू है वहां धारा 144 का पालन करते हुए नागरिक नजर नहीं आ रहे हैं। लोगों में इतनी अधिक लापरवाही है कि तमाम कोशिशों के बाद भी वे दिशा-निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं। अपने साथ साथ दूसरों को भी खतरे में डाल रहे हैं।
न तो लोग मास्क पहन रहे हैं और न ही शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं। बाजार, शापिंग माल, कार्यालय आदि स्थानों में पहले की तरह भीड़ उमड़ रही है और लोग संक्रमित हो रहे हैं। इधर जिला प्रशासन को सख्ती बरतने की आवश्यकता है। लेकिन इसके बाद भी अधिकारियों का शांत बैठना सीधे तौर पर कोरोना को बढ़ावा देने का काम कर रहा है।
कुछ लापरवाही जो प्रशासन की तरफ़ से हो रही है…
- धारा 144 लागू कर दिया गया है लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ को नियंत्रित नहीं किया जा रहा है।
- मास्क न पहनने वालों पर नाममात्र की कार्रवाई की जा रही है।
- सिर्फ कोरोना के दिशा-निर्देश का पालन करने की मुनादी करवाकर खानापूर्ति की जा रही है।
- कोरोना नियंत्रण व मरीजों की ठीक करने की पूरी जिम्मेदारी सिर्फ स्वास्थ्य विभाग को देकर अधिकारी शांत बैठ गए हैं।
- विभिन्न विभागों की बैठक लेकर कोरोना नियंत्रण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। संबंधित विभाग जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं या नहीं, इसकी निगरानी नहीं हो रही है।
- नगर निगम की ओर से सिर्फ टीकाकरण केंद्र खोल दिए गए हैं। इसके अलावा संक्रमण रोकने कोई मजबूत कदम नहीं उठाया जा रहा है।
- रात नौ बजे के बाद पुलिस कुछ देर के लिए सक्रिय होती है और दुकान बंद करा रही है। इसके बाद रास्ते पर भीड़ लगाने वालों पर धारा 144 के तहत कार्रवाई करने से पीछे हट रही है।
कुछ लापरवाही लोगों की तरफ़ से हो रही
- लगातार संक्रमण बढ़ रहा है पर मास्क पहनने से परहेज कर रहे हैं।
- शारीरिक दूरी का पालन बिल्कुल भी नहीं कर रहे हैं।
- जगह-जगह भीड़ लगाकर कोरोना संक्रमण को बुलावा दे रहे हैं।
- सैनिटाइजर का उपयोग भी पहले के अपेक्षा कम किया जा रहा है।
- न तो खुद दिशा-निर्देश का पालन कर रहे हैं और न ही अपने परिजन को पालन करने की हिदायत दे रहे हैं।