नगर व ग्रामीण क्षेत्र में बढ रही नशे की लत छीन चुकी है कई जिंदगियां, बुझ चुके हैं कई घरों के चिरागशामली। कांधला क्षेत्र में पनप रहे नशे के कारोबार से युवा पीढी अपनी गाढी कमाई को बार्बाद कर अपने जीवन को खोखला करने में लगी हुई है। पुलिस भले ही नशा तस्करों पर लगाम लगाने की बात करती हो, लेकिन युवाओं में बढ रही नशे की लत पुलिस की पोल खेलने व हकीकत को सामने लाने के लिये काफी है। कांधला नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में नशा तस्करी लगातार बढती जा रही है। स्मैक,शराब के साथ साथ अन्य मादक पदार्थो की तस्करी यहां रूकने का नाम नही ले रही है। सूखे नशे के कारोबार का तो यहां पूरा जाल ही बिछाया गया है, जिससे युवा पीढी के साथ साथ महिलायें भी इस बुरी लत में पडकर न सिर्फ यह कि अपने जीवन को खोखला कर रही हैं, बिल्क कई परिवारों को अंधकार और धकेल रही हैं। कई परिवार सूखे नशे की भेंट चढकर अबतक बार्बाद हो चुके हैं और कई लोग अंतिम यात्रा के लिये लाईन में लगे हैं। बात अगर युवा पीढी की जाये तो नशे की इस दलदल उनकी संख्या भी कम नहीं है। पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद भी नगर व ग्रामीण क्षेत्र नशामुक्त नहीं हो सका है। नशा तस्करों की जडें इतनी गहरी हो चुकी हैं कि उन्हें उखाड पाना आसान नहीं लग रहा है।क्योंकि जिस प्रकार कांधला पुलिस ने नशे के अवैध कारोबार पर ताबडतोड कार्यवाही की और तस्करों को सलाखों के पीछे भेजा उस समय यही लग रहा था कि काधंला क्षेत्र नशामुक्ति की और बढ रहा है, लेकिन आज भी हालत जस की तस है। पुलिस कार्यवाही का खौफ नशा तस्करों पर दिखाई नहीं दे रहा है। प्रतिदिन बढ रही नशेडियों की संख्या पूरे मामले की पोल खोलने के लिये काफी है। वृद्ध, महिलायें,युवा, नाबालिग बच्चे नशे की दलदल में इस कदर धंस चुके हैं कि उससे बाहर निकलना उनके लिये आसान नहीं रहा।
यहां से चलता है नशा तस्करी का खेल कांधला में नशा तस्करी का खेल कोई नया नहीं है। यहां लम्बे समय से इस अवैध कारोबार को संचालित किया जा रहा है, जिजसे नगर क्षेत्र में दिन प्रतिदिन नशेडियों का आतंक देखने को मिल रहा। जैसे जैसे नशेडियों की संख्या बढ रही है। वैसे वैसे नगर क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में भी इजाफा देखने को मिल रहा है। कांधला देहात, मोहल्ला गुजरान व गढी दौलत नशा तस्करी के मुख्य केंद्र बताये जा रहे हैं, जहां से काफी समय से इस अवैध धंधे को संचालित किया जा रहा है। आखिर इन स्थानों पर प्रभावी कार्यवाही क्यों नहीं की गयी है। क्या इन तस्करों को किसी सफेदपोश का संरक्षण प्राप्त है या फिर नशा तस्कर इतने प्रभावशाली हैं कि उन कार्यवाही आसान नहीं।
कई घरों के बुझ चुके हैं चिराग कांधला क्षेत्र में नशे के कारोबार ने कई घरों के चिराग छीन लिये हैं और कई घर बार्बाद हो चुके हैं। बावजूद इसके आखिर इस अवैध धंधे पर पुलिस ने करारी चोट क्यों नहीं की है। सूत्र बताते हैं कि नशा तस्कर इतने शातिर हैं कि इस अवैध कारोबार को संचालित करने में उन्होंने न सिर्फ यह कि महिलाओं को आगे किया है, बल्कि मासूमों को भी इस दलदल में धकेला है। इस अवैध धंधे के चलते किसी ने अपना भाई, पिता, पति खोया है तो वहीं कई माताओं ने अपने लाल खोऐ हैं, जो आज बेसहारा होकर जिंदगी गुजार रही हैं।