
– नगर की बड़ी इमाम बारगाह में मजलिस का हुआ आयोजन
– मौलाना ने हजरत अली के जीवन का किया वर्णन
कैराना। नगर की बड़ी इमाम बारगाह में बरेली से आए मौलाना तंजीम हैदर ने हजरत अली के जीवन का वर्णन किया।
मोहल्ला अंसारियान में स्थित बड़ी इमाम बारगाह में मंगलवार रात मजलिस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बरेली के सेथल से आए मौलाना तंजीम हैदर ने कहा कि हजरत अली की मोहब्बत होना रब की रहमत होना है। उन्होंने अपनी हुकूमत के चार सालों में किसी भी व्यक्ति को भूखा नहीं सोने दिया। वह एक नेत्रहीन इंसान को बिना बताए उसकी सेवा और सहायता करते रहे। तब नेत्रहीन ने हजरत अली से सवाल किया कि आप कौन हैं ? इस पर जवाब दिया कि एक गरीब इंसान, एक गरीब इंसान के पास बैठा है। मौलाना ने कहा कि हजरत अली सच्चाई और ईमानदारी का केंद्र हैं। मजलिस में शुऐब अली ने सोज ख्वानी व वसी हैदर साकी ने मर्सिया ख्वानी की। इस अवसर पर हाजी शाहिद हुसैन, हाजी जाफर अब्बास, काजिम हुसैन, सरवर हुसैन, रजी हैदर, आलमदार हुसैन, शारिब हुसैन, इंतजार हुसैन, अब्बास अली, छोटा, काजिम रजा, शबी हैदर, मेहरबान अली, रजा अली खान आदि मौजूद रहे।
– नगर की बड़ी इमाम बारगाह में मजलिस का हुआ आयोजन
– मौलाना ने हजरत अली के जीवन का किया वर्णन
कैराना। नगर की बड़ी इमाम बारगाह में बरेली से आए मौलाना तंजीम हैदर ने हजरत अली के जीवन का वर्णन किया।
मोहल्ला अंसारियान में स्थित बड़ी इमाम बारगाह में मंगलवार रात मजलिस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बरेली के सेथल से आए मौलाना तंजीम हैदर ने कहा कि हजरत अली की मोहब्बत होना रब की रहमत होना है। उन्होंने अपनी हुकूमत के चार सालों में किसी भी व्यक्ति को भूखा नहीं सोने दिया। वह एक नेत्रहीन इंसान को बिना बताए उसकी सेवा और सहायता करते रहे। तब नेत्रहीन ने हजरत अली से सवाल किया कि आप कौन हैं ? इस पर जवाब दिया कि एक गरीब इंसान, एक गरीब इंसान के पास बैठा है। मौलाना ने कहा कि हजरत अली सच्चाई और ईमानदारी का केंद्र हैं। मजलिस में शुऐब अली ने सोज ख्वानी व वसी हैदर साकी ने मर्सिया ख्वानी की। इस अवसर पर हाजी शाहिद हुसैन, हाजी जाफर अब्बास, काजिम हुसैन, सरवर हुसैन, रजी हैदर, आलमदार हुसैन, शारिब हुसैन, इंतजार हुसैन, अब्बास अली, छोटा, काजिम रजा, शबी हैदर, मेहरबान अली, रजा अली खान आदि मौजूद रहे।