— दो राज्यों की सीमा में उलझा सर्च आॅपरेशन
— बेबस परिजनों के आग्रह पर तलाश कर रहे तैराक ग्रामीण व निजी गोताखोर
कैराना। नंगलाराई गांव में मछली पकड़ने के दौरान यमुना नदी में डूबे किशोर का 24 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं लग सका है। प्रशासन का सर्च आॅपरेशन भी दो राज्यों की सीमा में उलझकर रह गया। बेबस परिजन सर्च आॅपरेशन न चलने से आंसू बहाते नजर आए। परिजनों के आग्रह पर तैराक ग्रामीण व निजी गोताखोर तलाश में जुटे हैं।
कांधला कस्बे के मोहल्ला शांतिनगर निवासी साजिद (16) शुक्रवार को अपने भाई के साथ क्षेत्र के गांव नंगलाराई में यमुना नदी से मछली पकड़ने के लिए गया था। इसी दौरान हरियाणा के गांव नवादा व तामशाबाद के बीच किशोर पैर फिसलने से यमुना नदी में डूब गया था। सूचना पाकर कोतवाली के हल्का इंचार्ज एसआई सुरेशवीर टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे तथा किशोर की तलाश में प्राइवेट गोताखोरों को लगाया था। देर शाम तक भी किशोर का कोई सुराग नहीं लगने पर पुलिस टीम व गोताखोर वापस चले गए थे। इसके बाद सर्च आॅपरेशन यूपी व हरियाणा की सीमा में उलझता नजर आया। शनिवार को शाम तक न वहां स्थानीय पुलिस या प्रशासन का अधिकारी पहुंचा और न ही हरियाणा के अधिकारियों ने कोई सुध ली। गोताखोर भी नहीं भेजे गए। इसे लेकर सरकारी अमले की संवेदनहीनता पर लोगों में चर्चा बनी रही, जिस कारण बेबस परिजन यमुना किनारे पर बैठे आंसू बहाते नजर आए। वहीं, गांव के तैराक कुछ लोगों ने इंसानियत के नाते किशोर की यमुना में तलाश शुरू की। ग्रामीणों और परिजनों के आग्रह पर दूसरे गांव से मुस्तकीम उर्फ बिल्लू सहित अन्य प्राइवेट गोताखोर भी मौके पर पहुंचे। गोताखोरों द्वारा शाम तक किशोर की यमुना में तलाश की गई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग सका। इसी के चलते परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। उधर, कोतवाली कैराना प्रभारी निरीक्षक विपिन कुमार मौर्य ने बताया कि गोताखोरों से बात हुई है। किशोर की तलाश की जा रही है।