गणपति के जन्मोत्सव की कथा सुना
कैराना। बाबा बनखंडी महादेव मंदिर में चल रही शिव महापुराण कथा में छठे दिन भगवान गणपति के जन्म की कथा सुनाई।
बुधवार को कथावाचक आचार्य बृज मोहन सेमवाल (केदारनाथ) ने कथा सुनाते हुए बताया कि माता पार्वती ने अपने उबटन से एक पुतला बनाया और उसमें प्राण डाल दिए, जिनका नाम गणपति रखा गया। गणपति के जन्म का माता पार्वती के मन में उस समय ख्याल आया, जब स्वामी शिव शंकर का एक गण सीधे पार्वती के पास आ गया। तब उन्होंने सोचा कि ऐसा ही बालक हमारे यहां भी होना चाहिए जो ध्यान रखें। उनके मन में विचार आया कि एक गण उनको भी ऐसा चाहिए, जिसके बाद उन्होंने सोचा और गणपति का पुतला बना दिया। उन्होंने बताया कि गणेश भगवान की पूजा सवप्रर्थम करनी चाहिए। उनकी पूजा में बूंदी के लडडू का भोग विशेष रूप से अर्पित किया जाता है। कथा से पूर्व रुद्राभिषेक का जाप भी किया गया। इस अवसर पर पंडित विनोद गोपाल, अशोक अग्रवाल, पंडित स्वराज शर्मा, अनिल मित्तल एडवोकेट, रमेश गर्ग, सविता, निशा, अनीता मित्तल आदि मौजूद रहे।