गांव और छोटे शहरों से पलायन कर दिल्ली-महाराष्ट्र सहित कई महानगरों में मजदूरी कर रहे प्रवासी मजदूरों ने कोरोना के बढ़ रहे खतरे और लॉकडाउन की सुगबुगाहट के मद्देनजर फिर अपने घरों की तरफ रुख कर लिया है। अब तक करीब 50 हजार मजदूर ट्रेन और बसों के जरिए घर आ चुके हैं। उधर, रेलवे स्टेशन और रोडवेज में महाराष्ट्र, दिल्ली से आ रहे मजदूरों की कोरोना जांच की जा रही है।
सभी का पूरा ब्योरा रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा, जिससे संक्रमण के प्रसार को आसानी से रोका जा सके। कोरोना के तेजी से बढ़ रहे केसों और लॉकडाउन की सुगबुगाहट से दिल्ली व महाराष्ट्र सहित केरल, गुजरात, मध्य प्रदेश से प्रवासी मजदूरों ने घर लौटना शुरू कर दिया है।
पिछले दो दिनों (सोमवार और मंगलवार) में होली के त्योहार पर यहां आने वाले मजदूरों की संख्या पांच हजार से अधिक है। रेलवे और परिवहन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 50 हजार से ज्यादा मजदूर घर लौटे हैं। उधर, परिवहन व स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से बसों से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच कराई जा रही है। अब तक 880 संदिग्ध यात्रियों के नमूने लिए गए।
शेष यात्रियों को थर्मल स्क्रीनिंग में टंप्रेचर सामान्य होने पर घर भेज दिया गया। परिवहन निगम के एआरएम परमानंद का कहना है कि फिलहाल अभी कोई भी यात्री कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया। फिर भी संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं। प्रत्येक प्रवासी यात्रियों की कोरोना जांच कराई जा रही है। एआरएम ने बताया कि होली में महानगरों से घर लौटने वाले यात्रियों के लिए एक दर्जन होली स्पेशल बस चलाई गई हैं। रुटीन के अतिरिक्त दिल्ली, रायबरेली, झांसी, प्रयागराज, लखनऊ के लिए 2-2 बसें अतिरिक्त बसें लगाई गई हैं।
कोरोना के 26 सक्रिय केस, होम क्वारंटीन
बांदा। जनपद में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इक्का-दुक्का से शुरुआत हुई और मौजूदा में 26 सक्रिय पॉजिटिव केस हैं। हालांकि, सभी को घरों पर क्वारंटीन किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने बताया कि सोमवार को पांच कोरोना पॉजिटिव मिले। इनमें बबेरू की 30 वर्षीय महिला, जसपुरा का 34 वर्षीय और शहर के राजीव नगर का 25 वर्षीय युवक तथा नरैनी सीएचसी में 28 वर्षीय युवती व 45 वर्षीय पुरुष शामिल हैं। सीएमओ के मुताबिक मौजूदा में सक्रिय संक्रमितों की संख्या 26 है।